SMS and Shayari

SMS and Shayari for all

Your Ad Here
Welcome to SMS and Shayari Blog

अब यह तन्हाईयाँ काटती है मुझे
रात भर जगाती है मुझे
तुम आते तो हो मगर
साथ अपने खामोशी का दायरा लिए
तुम्हें खामोश देख
मैं भी बिन शब्दों के हो जाती हूँ
तुम्हारे साथ आये
उस खामोशी के दायरे मैं खो जाती हूँ
मुझे कहना तुमसे, खुद को पाना होगा
कानों में तेरे अपने प्यार का गीत सुना
तुझे हाले-दिल बताना होगा
दिल की धड़कन बन तुम्हारी
सांसो में उतर जाना होगा
आँखों मे मेरी लिखी भाषा
प्यार की पढ़
खामोशी को भगाना होगा
सपना नहीं हकीकत हो तुम
पतझड़ नहीं बहार हो तुम
जीवन मे बस महकाना होगा
टूटे यह खामोशी का दायरा
एक कदम तुझे भी बढाना होगा....

0 comments:

Post a Comment